आज हम आपको बताने वाले है की ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है?, आजकल जब भी हम क्रिप्टो के बारे तो सुनते हैं तो हमारे सामने ब्लॉकचेन का जिक्र बार-बार आता है जिसे हमारे मन में भी मैं इसको जानने की इच्छा होती है।
इस पोस्ट से आपको हम ब्लॉकचेन और ब्लॉकचेन टेक्नोलोजी (blockchain technology In Hindi) के बारे में बताएंगे की कैसे बिटकॉइन को बनाने मे इसका प्रयोग किया गया।
आज के समय में हम जितने भी क्रिप्टो के बारे में सुनते है इन सब को बनाने में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है ब्लॉकचेन तकनीक अपने आप में एक कंसेप्ट है की कैसे हम जानकारी को एक डिसेंट्रलाइज प्लेटफार्म का इस्तेमाल करके लोगो के हस्तक्षेप से बचा सकत है।
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Contents
- 1 ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है? |Blockchain technology kya hai In Hindi ?
- 2 ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है? | How does blockchain technology works ?
- 3 Blockchain technology का आविष्कार किसने किया ?
- 4 Blockchain developer कैसे बने? | How to become a blockchain developer in hindi ?
- 5 2023 में ब्लॉकचेन डेवलपर के कोर्स | blockchain developer courses in 2023
- 6 ब्लॉकचेन डेवलपर सेलरी कितनी होती है? | Blockchain developer salary
- 7 ब्लॉकचेन पर आधारित पेमेंट सिस्टम के नाम 2022 में | blockchain based payment system in 2022
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है? |Blockchain technology kya hai In Hindi ?
Blockchain दो शब्द ब्लॉक+चेन से मिलकर बना है जिसका अर्थ है की किसी भी जानकारी को block के अंदर एकत्रित करना और ये block एक chain के द्वारा एक दूसरे से जुडे रहते है।
आसान भाषा में बोले तो ब्लॉकचेन एक ऐसा डिजिटल बहीखाता है जिसमे हम ना सिर्फ डिजिटल करेंसी बल्कि किसी भी जानकारी को डिजिटल बनाकर उसका रिकार्ड रख सकते है।
इसमें हम जो भी जानकारी को डिजिटल माध्यम से रखेगे ये एक डिजिटल ब्लॉक में स्टोर हो जाएगी और ये ब्लॉक किसी दूसरे ब्लॉक से जुड़ा हुआ होता है।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है? | How does blockchain technology works ?
ब्लॉकचेन में हम जो भी जो भी जानकारी को डिजिटली रिकॉर्ड रखते हैं वह एक ब्लॉक में स्टोर हो जाती है और यह ब्लॉक किसी दूसरे ब्लॉक से जुड़ा हुआ होता है और इसी प्रकार से वह किसी तीसरे ब्लॉक से जुड़ा होता है इस तरह यह सभी ब्लॉक एक चैन के माध्यम से जुड़े हुए होते हैं
ब्लॉकचेन में हम किसी भी जानकारी को दर्ज कर देते हैं उसके बाद इसे ना तो वहा से हटाया जा सकता और ना ही इसमें संशोधन किया जा सकता है। इस प्रणाली को हैक करना या धोखा देना बहुत मुश्किल या असंभव है।
इसके मध्यम से हम जो भी लेनदेन करते हैं उसमें तीसरी पार्टी ,सरकार या फिर बैंक किसी भी प्रकार से कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकता।
ब्लॉकचेन एक डिसेंट्रलाइज डेटाबेस है जिसे सभी उपभोगता के द्वारा एक साथ एक्सेस किया जा सकता है इसमें जानकारी दुनिया भर के कंप्यूटर में एकत्रित रहती है तो कोई बदल भी नही सकता है।
ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के प्रकार क्या है ?
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के प्रमुख तीन प्रकार हैं:
- पब्लिक ब्लॉकचेन (Public Blockchain Technology) – पब्लिक ब्लॉकचैन एक सार्वजनिक ब्लॉकचेन होता है, जिसमे कोई भी व्यक्ति या संगठन शामिल हो सकता है। उदाहरण के लिए, बिटकॉइन का ब्लॉकचेन पब्लिक ब्लॉकचेन है।
- प्राइवेट ब्लॉकचेन (Private Blockchain Technology) – प्राइवेट ब्लॉकचैन एक निश्चित संगठन के लिए होता है और इसमें केवल उस संगठन के सदस्यों को शामिल होने की अनुमति होती है। उदाहरण के लिए, एक बैंक के लिए बनाया गया ब्लॉकचेन एक प्राइवेट ब्लॉकचेन है।
- हाइब्रिड ब्लॉकचेन (Hybrid Blockchain Technology) – हाइब्रिड ब्लॉकचैन एक मिश्रित ब्लॉकचेन होता है, इसमें पब्लिक और प्राइवेट ब्लॉकचेन के फायदों को एक साथ लिया जा सकता है। इसमें प्राइवेट ब्लॉकचैन में कंपनी का निजी डाटा होता है जो उसके कर्मचारी द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है, वही पब्लिक ब्लॉकचैन में सार्वजनिक डाटा को पब्लिक ब्लॉकचैन में स्टोर करके रखते है।
Blockchain technology का आविष्कार किसने किया ?
blockchain technology का आविष्कार किसने किया इसके बारे में पूरे तरह से साफ नहीं हो पाया है लेकिन कहा जाता है की ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का आविष्कार Satoshi Nakamiyo ने सन 2008 में cryptocurrency को समर्थन देने के लिए किया था।
सबसे पहले bitcoin (क्रिप्टो करेंसी) को बनाने के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया था जिसको Satoshi Nakamiyo ने बनाया था।
इन सबके पीछे उनका उद्देश्य एक डिसेंट्रलाइज बिटकॉइन लेडर बनाने का था जो लोगो को उनके पैसे पर कंट्रोल रखने की क्षमता प्रदान करता है इससे government ya bank इन पैसों को access या monitor नही कर सकते है।
सन 2011 में Satoshi Nakamiyo अचानक से गायब हो जाते है और बिटकॉइन के open source software को छोड़ जाते है इसको ऐसे छोड़ने के पीछे उनका यही कारण था की bitcoin users इसको improve कर सके।
Bitcoin एक पहला digital currency है जो किसी double spending problem को बिना किसी government server ya trusted Central authority के हल कर सकता है।
बिटकॉइन के आविष्कार के बाद ब्लॉकचेन टेक्नालॉजी दुसरे बहुत से application का भी प्रेरणा रहा है।
Blockchain developer कैसे बने? | How to become a blockchain developer in hindi ?
Blockchain developer बनने के लिए आपको data programming और data base के बारे में अच्छे से जानकारी होनी जरूरी है आपके अंदर c++ , जावा स्क्रिप्ट और पायथन की अच्छे से पकड़ होनी जरुरी है।
इससे आपको blockchain technology के बारे में सीखने में आसानी होगी। अगर आप ब्लॉकचेन डेवलपर बनना चाहते है तो आजकल बहुत सी यूनिवर्सिटी अपना कोर्स प्रदान कर रही है या आप online course में भी admission ले सकते है।
2023 में ब्लॉकचेन डेवलपर के कोर्स | blockchain developer courses in 2023
- PG diploma in software development
- Blockchain certification training course
- PG diploma in blockchain
- Advance certificate program in blockchain and distributed ledger technology
ब्लॉकचेन डेवलपर सेलरी कितनी होती है? | Blockchain developer salary
ब्लॉकचेन डेवलपर को अगर सेलरी की बात की जाए तो बहुत ही अच्छा पैकेज मिलता है। सेलरी डिवेलपर की स्किल पर निर्भर करता है । वैसे भारत मे ब्लॉकचेन डिवेलपर को 5 लाख से लेकर 30 लाख तक का सालाना पेकेज आसानी से मिल जाता है।
ब्लॉकचेन पर आधारित पेमेंट सिस्टम के नाम 2022 में | blockchain based payment system in 2022
अगर हम ब्लॉकचेन पर आधारित पेमेंट सिस्टम की बात करे तो बहुत से पेमेंट सिस्टम आजकल online मौजूद है उनमें से ज्यादातर डिसेंट्रलाइज क्रिप्टो सिस्टम है और इनके नाम इस प्रकार है।
- Paypal
- Circle
- Ripple
- Bitpay
- Zcash
ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के बारे में वीडियो
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- Web Hosting Kya Hai, इसके प्रकार और कैसे ख़रीदे 2023 में।
- Web 3.0 क्या है ? जाने भविष्य के इंटरनेट के बारें में।
- Resume Kaise Banaye? मोबाइल से 5 मिनट में रिज्यूम बनाना सीखे।
- Metaverse क्या है – Metaverse Kya Hai In Hindi
निष्कर्ष –
हमने आपको blockchain technology In Hindi की जानकारी दी है। अगर आपको हमारी जानकारी पसंद आये तो इसको आगे भी शेयर जरूर करे। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है? जैसी और जानकारी के लिए आप हमारे ब्लॉग को विजिट कर सकते है।
ब्लॉकचेन टेक्नालॉजी क्या है?
ब्लॉकचेन एक प्रकार की विकेन्द्रीकृत तकनीक है जिससे आप अपना डाटा ऑनलाइन स्टोर कर सकते है। यह किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखता है।
ब्लॉकचेन टेक्नालॉजी की शुरुवात किसने की थी?
ब्लॉकचेन टेक्नालॉजी का इस्तेमाल सबसे पहले Satoshi Nakamiyo ने 2008 मे बिटकॉइन को बनाने में किया था।
ब्लॉकचेन डिवेलपर कैसे बन सकते है?
ब्लॉकचेन डिवेलपर बनने के लिए आपको कोडिंग प्रोग्रामिंग की नॉलेज होना जरूरी है आप किसी यूनिवर्सिटी में या ऑनलाइन डिवेलपर कोर्स में एडमिशन ले सकते है।
भारत में ब्लॉकचेन डिवेलपर की सेलरी कितनी है?
आप नॉलेज के हिसाब से 5 लाख से लेकर 30 लाख तक सालाना कमा सकते है और आपकी सैलरी समय के साथ बढ़ती रहेगी।
ब्लॉकचेन मे स्कोप क्या है?
आपको रियल स्टेट,बीमा सेक्टर, क्लाउड स्टोरेज आदि फिल्ड में करियर को बनाने का मौका मिल सकता है।